मानव शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है । इन्हीं पोषक तत्व में से एक आयोडीन आयोडीन हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक तत्व है क्योंकि यह थायराइड हार्मोन की उत्पादकता को बढ़ाता है । थायराइड हार्मोन हमारे शरीर की अधिकाधिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है थायराइड हार्मोन थायराइड नामक ग्रंथि से स्रावित होता है। आयोडीन तत्व का निर्माण हमारे शरीर में नहीं होता बल्कि हमें इस आयोडीन तत्व को भोज्य पदार्थों के माध्यम से लेना पड़ता है । यदि आप अपनी डाइट में आयोडीन की मात्रा को शामिल नहीं करते हैं तो इस आयोडीन क कमी से अनेकों समस्याएं हमारे शरीर में उत्पन्न हो जाती! Prevention of Iodine Deficiency
आइए जानते हैं आयोडीन तत्व की कमी से होने वाले रोग
घेंघा रोग
आयोडीन की कमी से घेंघा रोग उत्पन्न होने लगता है इस रोग का मुख्य कारण है ,थायराइड ग्रंथि के आकार में वृद्धि । यह रोग मुख्यतः गले के आंतरिक भाग में और ठीक कॉलर बोन के ऊपर होता है, इस रोग में गले में सूजन आने लगती है , जिससे खाना निगलने व सांस लेने में कठिनाई होती है। घेंघा रोग को अंग्रेजी भाषा में goiter के नाम से जाना जाता है । घेंघा रोग की गांठ आकार में छोटी व बड़ी हो सकती है। इस रोग का समाधान आयोडीन युक्त नमक व आयोडीन युक्त भोज्य पदार्थ हैं।
अचानक से वजन बढ़ना या कम होना
वजन का बढ़ना और घटना आयोडीन तत्व की कमी से होने वाला एक रोग है । यह भी थायराइड हार्मोन की वजह से होता है ,क्योंकि थायराइड हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है ,मेटाबॉलिज्म वह क्रिया है जिसमें शरीर भोजन की मात्रा को ऊर्जा वो कैलोरी में परिवर्तित कर देता है । आयोडीन की कमी से थायराइड हार्मोन का लेवल कम हो जाए तो इससे शरीर द्वारा लिया गया भोजन ऊर्जा व कैलोरी में परिवर्तित ना होकर वसा अर्थात फैट के रूप में स्टोर हो जाता है । जिससे शरीर का वजन बढ़ने लगता है ।
थकान और कमजोरी
यदि आयोडीन तत्व शरीर में कम है तो थायराइड ग्रंथि थायराइड नामक हार्मोन का अधिक नहीं कर पाती, जिससे शरीर में 24 घंटे थकान और कमजोरी सी बनी रहती है । एक शोध के अनुसार कहा गया है कि, विश्व में 80% लोगों में यही समस्या पाई गई है।
बालों का झड़ना
यदि थायराइड हार्मोन का स्तर शरीर में कम है तो हम अपने बालों को भी खो सकते हैं । इसके लिए एक ही उपाय है कि , आपको आयोडीन तत्व को अपने भोजन में शामिल करना पड़ेगा क्योंकि आयोडीन तत्व ही थायराइड हार्मोन की उत्पादकता को बढ़ाता है।
खुरदरी व बेजान त्वचा
थायराइड हार्मोन जिसमें उचित मात्रा में आयोडीन होता है । जिसकी वजह से त्वचा कोमल व निखरी नजर आती है , इसका कारण यह है कि इस हार्मोन में शरीर की कोशिकाओं को पुनः जन्म देने की शक्ति होती है जिससे शरीर में उचित मात्रा में पसीना बनता है और यह पसीना शरीर के टॉक्सिक पदार्थों को शरीर से बाहर करता है । यदि आयोडीन की शरीर में कमी होती है तो शरीर में पसीने का निर्माण नहीं हो पाता और त्वचा रूखी बेजान सी नजर आने लगती है । जिसे हम आम भाषा में ड्राई स्किन प्रॉब्लम भी कहते हैं।
स्मृति या याददाश्त शक्ति में कमी होना
एक शोध में पाया गया है कि , हजार किशोर युवक-युवतियों पर परीक्षण करने पर पाया गया कि थायराइड हार्मोन का स्तर जिनका ऊंचा था उनकी स्मरण शक्ति बहुत अधिक तेज थी ,और वहीं जिनका थायराइड हार्मोन का लेवल कम था , उनकी स्मरण शक्ति कम थी । अर्थात आयोडीन की कमी से स्मरण शक्ति कम होने लगती है।
मासिक स्राव में अनियमितता
आयोडीन की कमी से महिलाओं को मासिक धर्म या पीरियड्स आने पर समस्या होती है , जिससे महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है । आयोडीन की कमी से गर्भावस्था के दौरान भी महिलाओं को समस्या आने लगती है ,यदि महिला उचित मात्रा में आयोडीन नहीं लेती है तो इसका असर उसके शिशु पर पड़ता है।
आयोडीन की कमी को दूर करने के लिए करिए अपने डाइट में इन खाद्य व पेय पदार्थों को शामिल
दूध: दूध प्रोटीन कैल्शियम विटामिंस के साथ-साथ आयोडीन का भी एक प्रमुख स्रोत है । एक कप दूध में 59 से 125% माइक्रोग्राम आयोडीन पाया जाता है। इसलिए आयोडीन की कमी को दूध सरलता से दूर कर सकता है।
सी फूड: सर्वाधिक आयोडीन की मात्रा सीफूड में पाई जाती है , जिसमें मछली ,झींगा ,ओयस्टर आदि शामिल है । इनका सेवन करने से आयोडीन की कमी पूरी की जा सकती है ।
अंडा: अंडे में सर्वाधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है वही इसके पीले भाग में आयोडीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है । जिसका सेवन करने से आयोडीन तत्वों को शरीर तक पहुंचाया जा सकता है।
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आयोडीन युक्त नमक: जी हां आपने सुना होगा टाटा साल्ट आयोडीन युक्त नमक शरीर में आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए आयोडीन युक्त नमक लेना आवश्यक है । जिससे उपरोक्त दिए गए रोगों से बचा जा सकता है ।
आलू: आलू कार्बोहाइड्रेट्स के साथ-साथ आयोडीन का भी अच्छा स्रोत है , आलू से भी शरीर में आयोडीन की मात्रा को पूरा किया जा सकता है।
मुनक्के: ड्राई फ्रूट्स में मुनक्के प्रसिद्ध होते हैं। मुनक्का में आयोडीन की मात्रा सम्मिलित होती है , इनको खाने से शरीर में आयोडीन तत्व की कमी को पूरा किया जा सकता है ,जिससे थायराइड हार्मोन का उचित स्राव हो सके ।
आयोडीन की कितनी मात्रा शरीर में होनी चाहिए ?
एक शोध के मुताबिक मनुष्य को अपने पूरे जीवन काल में आयोडीन तत्व की एक टीस्पून अर्थात एक चम्मच की आवश्यकता होती है ।
यदि इसका 1 दिन का हिसाब निकाला जाए तो एक टीस्पून का 20000 वाँ भाग मनुष्य को आयोडीन तत्व को अपनी डेली डाइट में शामिल करना चाहिए।
अधिक आयोडीन तत्व के सेवन से क्या होगा ?
यदि आप आयोडीन तत्व का सेवन जरूरत से ज्यादा करते हैं तो , इससे थायराइड ग्लैंड में कैंसर हो जाता है व थायराइड ग्रंथि का शरीर की क्रियाओं से नियंत्रण हट जाता है।
यदि आपको अपने शरीर में उपरोक्त दी गई समस्याएं महसूस हो रही है तो आप अपनी जांच करा सकते हैं तथा अच्छे डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।